ओला इलेक्ट्रिक करीब 1000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी लागत घटाकर मुनाफे में सुधार करना चाहती है। यह छंटनी प्रोक्योरमेंट कस्टमर रिलेशन और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर विभागों में होगी। तीसरी तिमाही में कंपनी का घाटा ₹564 करोड़ पहुंच गया जबकि आय घटकर ₹1045 करोड़ रह गई। कंपनी अपने वेयरहाउस बंद कर 4000 रिटेल स्टोर्स के जरिए इन्वेंट्री मैनेजमेंट करेगी।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी भाविश अग्रवाल के मालिकाना हक वाली ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) करीब 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। पिछले साल भी कंपनी ने 500 कर्मचारियों को निकाला था। इस कॉस्ट कटिंग के साथ ओला इलेक्ट्रिक अपने घाटे को कम करना चाहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रोक्योरमेंट, फुलफिलमेंट, कस्टमर रिलेशन और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे विभागों में छंटनी का असर पड़ सकता है। इस खबर के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट भी देखने को मिली। यह 3.40 फीसदी की गिरावट के साथ 54.90 रुपये पर बंद हुआ, जो इसका 52 वीक का लो-लेवल है।
ओला इलेक्ट्रिक इस छंटनी पर सीधे टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि यह बदलाव ऑटोमेशन और फ्रंट-एंड ऑपरेशंस के रिस्ट्रक्चरिंग का नतीजा है। ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा, “हमने अपने फ्रंट-एंड ऑपरेशंस को रिस्ट्रक्चर और ऑटोमेटेड किया है। इससे मार्जिन में सुधार, लागत में कटौती और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने में मदद मिली है। इसमें गैर-जरूरी पदों को खत्म करके प्रोडक्टविटी को बढ़ाया गया है।”ओला इलेक्ट्रिक में छंटनी की वजहपिछले पांच महीनों में यह दूसरी बार है जब कंपनी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। कंपनी EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) मार्जिन में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि करने, इन्वेंट्री मैनेजमेंट को बेहतर बनाने और कस्टमर डिलीवरी को तेज करने की रणनीति पर काम कर रही है।